अमावस्या मार्च 2024 का महत्व
अमावस्या हर महीने होने वाली एक पर्वतीय अवस्था है जब चंद्रमा पूरी तरह से अदृश्य हो जाता है। यह हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण तिथि है जिसे चंद्रमर्की कहा जाता है। इस दिन श्राद्ध आदि के आचरण करना निशिद्ध माना गया है। हर महीने की अमावस्या को अंश अमावस्या कहा जाता है जबकि एक पूर्णिमा को अंश पूर्णिमा कहा जाता है। यह पर्व मास समाप्त होने पर आता है जिसे ‘पितृ अमावस्या’ भी कहा जाता है।
अमावस्या मार्च 2024 की तिथि
अमावस्या मार्च 2024 की तिथि 14 मार्च 2024 (बुधवार) है। इस दिन चंद्रग्रहण भी होने वाला है जो कि एक अद्वितीय घटना होगी जब चांद का चंद्रमुद्रा में पूर्णतः छिप जाता है। यह घटना भारतीय संस्कृति में अद्वितीय महत्व रखती है।
अमावस्या पूजन के महत्वपूर्ण तारीख
– कार्तिक अमावस्या – 4 नवंबर 2023, शनिवार
– माघ अमावस्या – 2 फरवरी 2024, शनिवार
– फाल्गुन अमावस्या – 3 मार्च 2024, सोमवार
अमावस्या मार्च 2024 पर विचार और मंत्र
इस अमावस्या के दिन लोग पितृ दोष निवारण, वशीकरण, सर्वसुख नाशन निवारण आदि के उपाय अपना सकते हैं। इस दिन प्रतिदिन अमावस्या का विशेष मंत्र “ऊँ अमावस्या देव्यै नमः” है।
कुछ अत्यंत महत्वपूर्ण प्रश्नों के उत्तर
1. अमावस्या क्या है?
– अमावस्या एक पर्वतीय अवस्था है जब चंद्रमा पूरी तरह से अदृश्य हो जाता है। यह हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण तिथि है।
2. अमावस्या क्यों मनाई जाती है?
– अमावस्या को मासिक शुभ कार्यों के लिए अनुकूल पाया गया है, जिसमें श्राद्ध और पितृ-तर्पण भी शामिल हैं।
3. अमावस्या के संदर्भ में क्या विचार रखे जाने चाहिए?
– अमावस्या के दिन माता और पितृ तर्पण करने से परिवार में सुख-शांति बनी रहती है।
4. अमावस्या के दिन क्या नहीं करें?
– अमावस्या के दिन कुछ विशेष उपचार और आचरण नहीं करने चाहिए, जैसे कि नए काम शुरू न करना और श्राद्ध कार्य आदि।
5. अमावस्या पूजन के लिए विशेष उपाय क्या हैं?
– अमावस्या के दिन स्नान कर अच्छे कर्मों का उद्धार कर सकते हैं और पूजन कर अपने पितरों की आत्मा को शांति प्रदान कर सकते हैं।
अमावस्या मार्च 2024 एक महत्वपूर्ण दिन है जब ध्यान और आध्यात्मिकता में विश्वास रखने वाले व्यक्ति अपने जीवन को सुधारने का अवसर पाते हैं। इस दिन की मान्यताएं और परंपराएं हमारे समाज के साथ हमेशा जुड़ी रही हैं और इन्हें मान्य रखने से हमारे जीवन में सुख और शांति बनी रह सकती है।